डीएम की अध्यक्षता में तहसील रुद्रपुर सभागार में सम्पूर्ण समाधान दिवस का किया गया आयोजन
रामविलास चौहान , जिला संवाददाता।
देवरिया जिलाधिकारी श्रीमती दिव्या मित्तल की अध्यक्षता में तहसील रुद्रपुर में सम्पूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक श्री संकल्प शर्मा ने जनता की समस्याओं को गंभीरता से सुना और मौके पर ही समाधान के लिए संबंधित विभागीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
संपूर्ण समाधान दिवस में उषा देवी पत्नी रामदुलारे मौर्य निवासी मेदनापुर ने अवैध निर्माण की वजह से मार्ग अतिक्रमित होने की शिकायत की और निर्माण को रुकवाने की मांग की जिस पर डीएम ने तत्काल टीम गठित कर आवश्यक कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया। महातम तिवारी पुत्र स्वर्गीय कमला तिवारी निवासी पड़री मिश्र ने बैनामा के आधार पर खतौनी में अपना नाम दर्ज करने का आवेदन दिया, जिस पर डीएम ने अभिलेखों की जांच कर आवश्यक कार्रवाई के लिए निर्देशित किया। ज्योति आदेश के बावजूद 7 माह से खतौनी में नाम दर्ज न होने की शिकायत की जिस पर डीएम ने तत्काल अभिलेखों के आधार पर नाम दर्ज कर का निर्देश दिया।
जिलाधिकारी ने कहा कि धारा 24 के तहत होने वाली पत्थर नसब की कार्रवाई का अनुपालन सुनिश्चित किया जाए। यदि कोई व्यक्ति पत्थर को हटाता है तो उसके विरुद्ध लोकशान्ति भंग करने की कार्रवाई अमल में लाई जाए। डीएम ने कहा कि समाधान दिवस में कई प्रकरण बैनामे से संबंधित विवाद से जुड़े मिले। ऐसे प्रकरणों में जिसका बैनामा पहले है, कब्जा उसे ही दिलाया जाए। एक ही चौहद्दी वाली भूमि का दूसरा बैनामा करने वाले विक्रेता के विरूद्ध एफआईआर दर्ज कर सख्त कार्रवाई की जाएगी। अधिकांश शिकायते पारिवारिक-पट्टीदारी के भूमि विवाद से जुड़ी हैं। ऐसे में सभी पक्षों को सुनने के बाद ही कार्रवाई की जाए।
उन्होंने कहा कि राजस्व विभाग के लेखपाल अपने-अपने हलकों में नियमित भ्रमणशील रहें और भूमि विवादों का शीघ्र समाधान सुनिश्चित करें। उन्होंने सार्वजनिक भूमि, खलिहान, चकरोड, अथवा नालों पर अवैध अतिक्रमण हटाने के निर्देश देते हुए कहा कि इसकी सूचना वरिष्ठ धिकारियों को समय पर दी जाए।
डीएम ने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया कि समाधान दिवस में प्राप्त शिकायतों का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण एक सप्ताह के भीतर सुनिश्चित किया जाए। जिलाधिकारी ने यह स्पष्ट किया कि समस्याओं का समाधान जिस स्तर का मामला है, उसी स्तर पर समयबद्ध और प्रभावी तरीके से किया जाना चाहिए।
इस दौरान पुलिस अधीक्षक ने पुलिस से संबंधित शिकायतों पर गंभीरता से सुनवाई की और थानाध्यक्षों एवं पुलिस अधिकारियों को प्राप्त संदर्भों का प्राथमिकता के आधार पर समाधान सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
सम्पूर्ण समाधान दिवस में कुल 43 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें राजस्व विभाग से संबंधित 25, पुलिस विभाग से 6, विकास विभाग से 2, खाद्य एवं रसद विभाग से 2 तथा अन्य विभागों से 8 शिकायतें थीं। इनमें से 7 शिकायतों का मौके पर ही निस्तारण किया गया, जबकि शेष 36 शिकायतों को संबंधित विभागों को शीघ्र समाधान के निर्देश के साथ सौंपा गया।
इस अवसर पर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट/एसडीएम श्रुति शर्मा, सीओ अंशुमान श्रीवास्तव, जिला विकास अधिकारी रवि शंकर राय, डीएसओ संजय पांडेय, डीपीआरओ श्रवण कुमार सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी, खंड विकास अधिकारी और थानाध्यक्ष उपस्थित रहे