फरिहा आजमगढ़ निजामाबाद तहसील में व्याप्त भ्रष्टाचार व नायब तहसीलदार के संदिग्ध आचरण के विरोध में बुधवार को अधिवक्ताओं ने नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। वकीलों ने पूरे दिन न्यायिक कार्यों का बहिष्कार भी किया। जुलूस निकाल पूरे तहसील प्रांगण में घूम-घूम जमकर नारेबाजी करते हुए निजामाबाद-फरिहा मार्ग होते हुए अधिवक्ता भवन पहुंचे।
बार एसोसिएशन निजामाबाद के अध्यक्ष रामाश्रय चतुर्वेदी एडवोकेट ने कहा कि निजामाबाद तहसील में हर पटल पर भ्रष्टाचार का बोलबाला है। नायब तहसीलदार द्वारा भू माफियाआंे से मिलकर प्रमेश यादव एडवोकेट के प्रकरण में मनमानी की जा रही है। एक अधिवक्ता अपनी बैनामा शुदा जमीन पर कब्जा नहीं कर पा रहा है। कई बार शिकायत की गई, लेकिन कोई संज्ञान न लिए जाने से अधिवक्ताओं में काफी रोष है। इसलिए आंदोलन को तेज करते हुए जमकर नारेबाजी की गई है। बार मंत्री रामचेत यादव एडवोकेट ने कहा कि प्रशासन को शीघ्र हमारी मांगो पर विचार करना चाहिए। पूर्व अध्यक्ष खलीकुज्जमा ने कहा कि अविलम्ब अदालतों में कर्मचारियों की व्यवस्था की जाय। इस अवसर पर रामचेत यादव, पूर्व अध्यक्ष मनोज राय, डॉ.शाहनवाज खान, देवेंद्र राय दीपू, अनिल कुमार, मोहन कुमार, राम प्रताप सिंह, इशरत हुसैन, मिठाई लाल आदि अधिवक्ता उपस्थित रहे।
सरकार द्वारा एक आदेश आया था कि प्राइवेट कर्मचारी तहसीलों में कार्य नहीं करेंगे जिसमें जांच की गई थी यह निजामाबाद तहसील में कुछ प्राइवेट कर्मचारी पकड़े भी गए थे इसके बाद तहसील के अंदर हाकम हो गया था सभी प्राइवेट कर्मचारी भाग खड़े हुए लेकिन इस समय फिर
निजामाबाद तहसील में प्राइवेट कर्मचारीयों से कार्य कराया जा रहा है। इसमें प्राइवेट कर्मचारी भूलेख विभाग ,आदित्य स्टोनो
के साथ तहसीलदार कोर्ट में प्राइवेट कर्मचारी आज भी काम कर रहे हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शाम के समय जब सभी फरियादी चले जाते हैं तो प्राइवेट कर्मचारियों को बुलाकर दरवाजा बंद करके अंदर बैठकर कर कराया जाता है।